नारायण नागबली हिंदी में जानिए :

नारायण नागबली ३ दिन की पूजा है. विवाहित नहीं है तो अकेला व्यक्ति भी नारायण नागबली को आ सकता है. अगर शादी हुई है तो पति पत्नी ने आना है. माता पिता जीवित है तो भी नारायण नागबली विधि कर सकते है. लेकिन शास्र नुसार अकेली औरत यह विधि नहीं कर सकती, उसके साथ आदमी या लड़का होना आवश्यक है .ये पूजा मुहूर्त के दिन ही की जाती है. मुहूर्त के एक दिन पहले आपको त्रिम्बकेश्वर आना है. नारायण नागबली का त्रिम्बकेश्वर में परिचित स्थान है वही पे पूजा सम्पन्न होती है. रोज सुबह सात से ग्यारा बजे तक यह पूजा ३ दिन तक होती है. पूजा होने के बाद आपको कुछ नियम बताये जाते है. वो आपको पालने होते है.

नारायण नागबली के लिए नीचे दी गई चीजे लेकर आनी है.

आदमी / लड़का: एक सफेद धोती , एक बड़ा रुमाल, एक छोटा रुमाल

औरत : साड़ी और ब्लाउज ( सफेद काला हरा कलर मत लाना )

 नोट : सभी कपड़े कॉटन के होने चाहिए.

नारायण नागबली हिंदी
narayan nagbali trimbakeshwar
नारायण नागबली हिंदी में जाने महत्व ?

अगर परिवार( माँ का परिवार, पिताजी का परिवार, पत्नी का परिवार, कोई करीबी ) में सात पीढ़ियों तक कोई भी व्यक्ति की अकाल मृत्यु हुयी है , तो उसकी जीवन की इच्छाएं अधूरी रह जाती है. ऐसे व्यक्ति प्रेत योनि में चले जाते है.ऐसे व्यक्ति  हमारे परिवार को कष्ट देते है, बोहोत सारी दिक्क़ते और परेशानी का सामना करना पड़ता है.
ऐसे अकाल मृत्यु वाले व्यक्ति को मोक्ष दिलवाना जरुरी हो जाता है, इस कारणवश नारायण नागबली पूजा संपूर्ण जग में सिर्फ त्रिम्बकेश्वर में ही की जाती है. इस वजह से सिर्फ भारत से ही नहीं बल्कि अलग अलग देश से लोग त्रिम्बकेश्वर आते है.

त्र्यंबकेश्वर नारायण नागबली पूजा तिथियां 2022

जनुअरी 2022 के लिए यह 4, 10, 14, 18, 21, 24 है 

फेब्रुअरी 2022 यह 1,  7, 11, 15, 18, 21, 25, 28 है

मार्च 2022 के लिए यह 6, 9, 14, 25, 28 है

अप्रैल 2022 यह 3, 6, 10, 13, 16, 20, 24, 30 है

मई 2022 के लिए यह 3, 8, 11, 14, 18, 21, 27, 30 है

जून 2022 यह 4, 7, 10, 13, 17, 23, 27 है

जुलाई 2022 यह 1, 4, 7, 11, 15, 21, 24, 28, 31 है

अगस्त 2022 यह 3, 7, 11, 17, 21, 25 है

सितम्बर 2022 यह 5, 8, 11, 14, 17, 20, 23, 27 है

अक्टूबर 2022 यह 3, 7, 11, 14, 20, 24, 31 है

नवंबर 2022 यह 3, 7, 10, 17, 20, 27, 30 है

दिसंबर 2022 यह 5, 8, 11, 15, 18 , 24, 28 है

नारायण नागबलि का स्थान

पंडितजी ने अच्छी तरह नारायण नागबली पूजा सम्पन्न की, उसका लाभ जीवन में मिला है जीवन की सभी परेशानिया दूर हो गयी.पंडितजी को कोटि कोटि प्रणाम.